दोस्तों, इंटरनेट पर आपने सामने IP address टर्म जरूर देखा या सुना होगा। लेकिन ज्यादातर कंप्यूटर यूजर को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। जब भी आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं। तब वेबसाइट को आपके कंप्यूटर के आईपी एड्रेस की जरूरत पड़ती है। इसके माध्यम से ही वेबसाइट को ये पता चलता है कि Required Data को कहां भेजना है।
जिस प्रकार हमारे घर, गलियों और शहरों का एक एड्रेस होता है, ठीक उसी प्रकार आईपी एड्रेस भी इंटरनेट के लिए एड्रेस का काम करती है। अगर इंसानों की बात करें तो हम नाम को अच्छे तरीके से याद रखने में समर्थ होते हैं। इसलिए हमे गलियों और शहरों के नाम अच्छी तरह से याद हो जाते हैं।
वहीं, कंप्यूटर Numbers में काम करना पसंद करते हैं और इसलिए आईपी एड्रेस एक ideal तरीका है। क्योंकि सामान्यतः आईपी में नंबर ही यूज होते है। आप आईपी एड्रेस को इंटरनेट से कनेक्ट डिवाइस के लिए एक डिजिटल एड्रेस समझ सकते हैं।
आईपी एड्रेस क्या होता है? IP address के कितने types हैं और आईपी एड्रेस के बारे में सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी। तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।
IP Address Kya Hai
आईपी एड्रेस का पूरा नाम है – Internet Protocol Address (इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस)
ये एक डिजिटल एड्रेस होता है जिसकी मदद से इंटरनेट या किसी लोकल नेटवर्क पर डिवाइस को identify किया जाता है। IP एड्रेस कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से कनेक्ट होने और इनफॉर्मेशन का आदान प्रदान करने की अनुमति देता है।
इंटरनेट पर मौजूद सभी वेबसाइट और मोबाइल, टैबलेट, कंप्यूटर आदि का एक यूनिक आईपी एड्रेस होता है जिसकी मदद से ही इंटरनेट पर उन्हें पहचाना जाता है।
जब भी आप इंटरनेट पर किसी साइट को लोड करते हैं तो आपका कंप्यूटर उस वेबसाइट के आईपी एड्रेस पर कंटेंट के लिए एक request भेजता है। इसके बाद वेबसाइट अपने कंटेंट को आपके कंप्यूटर के आईपी एड्रेस का यूज करके वापस भेजती है।
सामान्यतः IP नंबर की एक श्रृंखला होती है जोकि periods (.) द्वारा separate होते हैं। इसमें चार नंबर होते हैं जिसमे कि प्रत्येक नंबर की वैल्यू 0 से 255 तक होती है। इसका मतलब है कि आईपी एड्रेस की रेंज 0.0.0.0 से लेकर 255.255.255.255 है। इसे हम आईपी वर्जन के अंदर और विस्तार से देखेंगे।
Ip address example – 129.168.10.1
IP Address Full Form
आईपी एड्रेस का फुल फॉर्म होता है – इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस ( Internet Protocol Address )
आईपी एड्रेस कैसे काम करता है
सबसे पहले तो आपका कंप्यूटर किसी इंटरनेट से कनेक्ट नेटवर्क से कनेक्ट होता है। आप सामान्य रूप से ISP ( internet service provider ) के इंटरनेट का यूज करते हैं।
इसके बाद आपका इंटरनेट सर्विस प्रदाता आपके डिवाइस के लिए एक आईपी एड्रेस assign करता है। आपकी इंटरनेट एक्टिविटी ISP से होकर गुजरती है।
अब अगर आप कुछ भी इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो सबसे पहले आपका कंप्यूटर वेबसाइट के आईपी एड्रेस पर request भेजेगा। इसके बाद वेबसाइट आपके कंप्यूटर आईपी एड्रेस का यूज कर कंटेंट को वापस भेजती है।
हम आईपी एड्रेस टाइप क्यों नहीं करते ?
अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि हम तो किसी वेबसाइट पर पहुंचने के लिए आईपी एड्रेस क्यों नहीं टाइप करते हैं। जबकि वेबसाइट पर पहुंचने के लिए आईपी एड्रेस की जरूरत होती है।
हम इंसान नंबर की अपेक्षा नाम याद रखने में ज्यादा बेहतर हैं। इसलिए हर वेबसाइट के लिए उसका आईपी एड्रेस याद रखना कितना ज्यादा कठिन होगा। तभी हम वेबसाइट को उसके नाम से पहचानते हैं।
मान लीजिए कि आपको गूगल पर जाना चाहते हैं। तो इसके लिए आप ब्राउजर में www.google.com टाईप करते हैं और वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। जोकि आईपी एड्रेस याद रखने से ज्यादा आसान है।
लेकिन कंप्यूटर को नाम की जगह आईपी एड्रेस की जरूरत होती है। जब इसे कोई URL मिलता है, तो वो इसे DNS सर्वर को भेजता है जोकि कंप्यूटर को उस url का आईपी एड्रेस देता है। Url Human Friendly होते है जबकि आईपी एड्रेस computer friendly होता है और DNS सर्वर इन दोनों के बीच middle man की भूमिका निभाता है।
IP address के प्रकार
आईपी एड्रेस सामान्यतः चार प्रकार के होते हैं।
1. Public IP Address
पब्लिक आईपी एड्रेस वह एड्रेस होता है जोकि आपके होम नेटवर्क को इंटरनेट पर दर्शाता है। क्योंकि ज्यादातर पर्सनल नेटवर्क इंटरनेट से कनेक्ट होने के लिए राउटर का यूज करते हैं। इसलिए आपके राउटर को यह पब्लिक एड्रेस assign किया जाता है।
अब आपके घर में मौजूद सभी डिवाइस आपके राउटर से ही इंटरनेट से कनेक्ट होती है। इसलिए ऑनलाइन होते समय वे सभी डिवाइस इस पब्लिक एड्रेस का यूज करती हैं। कोई भी कंप्यूटर आपके पब्लिक आईपी एड्रेस का यूज कर राउटर तक पहुंच सकता है।
2. Private IP Address
प्राइवेट आईपी एड्रेस वह एड्रेस होता है जोकि आपके होम नेटवर्क के अंदर यूज होने वाली डिवाइस के लिए होता है। इंटरनेट पर मौजूद अन्य डिवाइस इन प्राइवेट एड्रेस तक तक नहीं पहुंच सकती हैं।
प्रत्येक डिवाइस जोकि आपके इंटरनेट नेटवर्क से कनेक्ट होती है उसका एक प्राइवेट आईपी एड्रेस होता है। आपके कंप्यूटर, मोबाइल, और टैबलेट सभी का एक यूनिक प्राइवेट आईपी एड्रेस होता है।
3. Dynamic IP Address
डायनामिक आईपी एड्रेस नियमित रूप से स्वत: ही बदलती रहती है। ये वह एड्रेस होते है जिन्हे ISP आपको अस्थायी रूप से यूज करने देता है। जब कोई डायनामिक आईपी एड्रेस यूज में नहीं होता है, तो ये स्वत: ही किसी दूसरी डिवाइस को सौंप दिया जाता है।
4. Static IP Address kya hota hai
स्टेटिक आईपी एड्रेस वह एड्रेस होता है जोकि कभी नहीं बदलता है। Static आईपी एड्रेस dynamic IP address से ज्यादा महंगा होता है।
अगर आपके पास कोई वेब सर्वर या कोई ऐसा इंटरनेट श्रोत है जिसका आईपी एड्रेस नहीं बदलना चाहिए, तो आप अपने ISP से स्टेटिक आईपी एड्रेस ले सकते हैं।
IP Address Versions
आज के समय आईपी के दो वर्जन यूज होते हैं – IPV4 और IPV6.
IPV4
IP Version 4 एड्रेस 32 bit binary numbers हैं। IPV4 नंबर की एक श्रृंखला है जोकि dot (.) से separate होती है। इसमें 4 नंबर होते है और प्रत्येक नंबर 8-bit का होता है जिसे octet कहते हैं। प्रत्येक octet की रेंज 0 से लेकर 255 होती हैं। IPV4 प्रोटोकॉल में एड्रेस की संख्या 2^32 होती है।
Ex- 172.198.27.43
IPV6
IP एड्रेस के वर्जन 6 में एड्रेस का साइज 128 bits होता है। IPV6 में 2^128 एड्रेस होंगे जोकि हमारी जरूरत के हिसाब से काफी ज्यादा है।
IPV6 को 4 hexadecimal digits के 8 sets द्वारा represent किया जाता है। इसमें प्रत्येक नंबर को colon (:) द्वारा Separate किया जाता है। IPV6 को IETF ( Internet Engineering Task Force ) द्वारा तैयार किया गया था।
Ex- 2001:FFFF:0000:0000:01AA:FF00:DD 72:3EAE
IP Address kaise pta kare
Public IP Address पता करना बहुत ही आसान है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इंटरनेट पर कोई भी डिवाइस इसे देख सकती है।
इसके लिए गूगल में सर्च करें What is My IP. ऐसा करते ही आपको आईपी एड्रेस दिख जायेगा।
इसके अलावा आप इन वेबसाइट पर जाकर भी अपना आईपी चेक कर सकते हैं।
Android Phone ka IP kaise pta kare
अगर आप अपने एंड्रॉयड मोबाइल का आईपी एड्रेस पता करना चाहते है, तो सबसे पहले आपको wifi network से कनेक्ट हो जाना है।
इसके बाद setting में जाएं और wifi में जाएं। Advance Setting में जाएं और आप wifi info Tab के अंदर अपना आईपी एड्रेस देख सकते हैं।
Windows में आईपी एड्रेस पता करें
विंडोज में आईपी एड्रेस दो तरीके से पता कर सकते हैं।
- Using Setting Menu
विंडोज के अंदर Setting में जाएं। Network and Internet को चुनें। अब अपने नेटवर्क के हिसाब से Wifi या Ethernet चुनें। कनेक्टेड नेटवर्क पर क्लिक करें। Properties टैब के अंदर आप अपना आईपी एड्रेस देख सकते हैं।
- Using Command Prompt
Command Prompt से ऐसे पता करें आईपी एड्रेस –
Start Menu पर क्लिक करें और cmd टाइप करें। Command Prompt पर क्लिक करें। अब ipconfig टाइप करें और Enter दबाएं। अब IPV4 address को लोकेट करें। जो नंबर दिखाई देगा वही आपका आईपी एड्रेस होगा।
IP Address QNA
A- IP का पूरा नाम Internet Protocol है।
A- IPV4 एड्रेस में 32-bit होते हैं। IPV6 एड्रेस में 128-bit होते हैं।
A- IPV4 एड्रेस में 4 अंक होते हैं जिसमे हर अंक 8-bit का होता है। IPV6 एड्रेस में 8 अंक हैं जिसमें हर अंक 16-bit होते हैं।
A- IP Address Full form – Internet Protocol (इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस) होता है।
A- अपना IP जानने के लिए गूगल पर सर्च करें “What Is My IP”.
Last Words,
तो, दोस्तों आज आपने सीखा कि IP Address क्या होता है? इससे आपको इंटरनेट की और भी अच्छी समझ हो जायेगी। इंटरनेट का यूज करते है तो उससे जुड़े टर्म का मतलब भी आपको पता होना चाहिए। उम्मीद है की आईपी एड्रेस की जानकारी आपकी पसंद आई होगी। इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये जानकारी पहुंच पाए।
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